Monday, 23 May 2016

अपने लिए स्वर्ग में धन इक्कठा करो ( हिंदी )Treasures in Heaven

अपने लिए स्वर्ग में धन इक्कठा करो
अपने लिये धरती पर भंडार मत भरो। क्योंकि उसे कीड़े और जंग नष्ट कर देंगे। चोर सेंध लगाकर उसे चुरा सकते हैं। 20 बल्कि अपने लिये स्वर्ग में भण्डार भरो जहाँ उसे कीड़े या जंग नष्ट नहीं कर पाते। और चोर भी वहाँ सेंध लगा कर उसे चुरा नहीं पाते। 21 याद रखो जहाँ तुम्हारा भंडार होगा वहीं तुम्हारा मन भी रहेगा।
हम धन क्यों इक्कठा करे ?
इस के लिए हम, कुछ बातो पर विचार करेगें |
1 –इस धरती पर जीवन के लिये
2 –हम अपने बच्चो के लिये
3 – गरीबो असहाय  के लिये
4 अन्नत जीवन के लिये

1 –इस धरती पर जीवन के लिये
इस ससार में हर एक के लिए महत्वपूर्ण हें कि हम अपने भोजन के लिए धन इक्कठा  करे |जिससे हम ओर हमारा जीवन अच्छे से जी सके ,हमारा जीवन को कोई कष्ट नहीं हो |शांति से ,आराम से,इस जीवन का ब्यतीत हो |

2 –हम अपने बच्चो के लिये
वचन कहता हैं 2 कुरिथियो कि पत्री १२:14 क्योंकि बच्चोंको माता,पिता के लिए धन बटोरना नही चाहिए ,पर माता पिता को बच्चो  के लिये धन इक्कठा करना है|

3  गरीबो असहाय  के लिये
मती 5:7 धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी। 
प्रेरित के काम 20 :35 मैं पौल कहता है मे ने तुम्हें सब कुछ करके दिखाया, कि इस रीति से परिश्रम करते हुए निर्बलों को सम्भालना, और प्रभु यीशु की बातें स्मरण रखना अवश्य है, कि उस ने आप ही कहा है; कि लेने से देना धन्य है

4 अन्नत जीवन के लिये
इसे बाइबिल बड़ी गम्भीरता से लेती कि हम जीवन के हर पहलु को बड़ी को अच्छे से देखे ओर सीखे| इसलिये मती का सुसमाचार 6:19 -21
19 अपने लिये धरती पर भंडार मत भरो। क्योंकि उसे कीड़े और जंग नष्ट कर देंगे। चोर सेंध लगाकर उसे चुरा सकते हैं। 20 बल्कि अपने लिये स्वर्ग में भण्डार भरो जहाँ उसे कीड़े या जंग नष्ट नहीं कर पाते। और चोर भी वहाँ सेंध लगा कर उसे चुरा नहीं पाते। 21 याद रखो जहाँ तुम्हारा भंडार होगा वहीं तुम्हारा मन भी रहेगा।

इस प्रथ्वी पर सुरक्षा कि कमी हैं |
आज कल हम सभी चाहते है कि हमारी सुरक्षा अच्छी होनी चाहिए, को लेकर बड़े ही तैयार हो रहे है कि हमारे घर ,सामान  बच्चे सभी सुरक्षितहोने चाहिये |
वचन कहता है कि यदि हम धन को घर में रखते है ,तो उसके चोरी होने का डर है
बक्से मै रखा तो कीड़े खा लेगे ,लोकर मै भी सुरक्षा कि कमी है चाबी चोरी हो सकती है |


सुलेमान इस संसार में सबसे धनी ब्यक्ति था उसे सारे अनुभव कर लिखा हें
सभोपदेसक 5:10 -16
अपने लिये स्वर्ग में भण्डार भरो |कि यह बड़ी शिक्षा हैं कि हम अपने लिये भण्डारण कैसे करे ?
15 ए10 वह व्यक्ति जो धन को प्रेम करता है वह उस धन से जो उसके पास है कभी संतुष्ट नहीं होता। वह व्यक्ति जो धन को प्रेम करता है, जब अधिक से अधिक धन प्राप्त कर लेता है तब भी उसका मन नहीं भरता। सो यह भी व्यर्थ है।
11 किसी व्यक्ति के पास जितना अधिक धन होगा उसे खर्च करने के लिये उसके पास उतने ही अधिक मित्र होंगे। सो उस धनी मनुष्य को वास्तव में प्राप्त कुछ नहीं होता है। वह अपने धन को बस देखता भर रह सकता है।
12 एक ऐसा व्यक्ति जो सारे दिन कड़ी मेहनत करता है, अपने घर लौटने पर चैन के साथ सोता है। यह महत्व नहीं रखता है कि उसके पास खाने कों कम हैं या अधिक है। एक धनी व्यक्ति अपने धन की चिंताओं में डूबा रहता है और सो तक नहीं पाता।
13 बहुत बड़े दुःख की बात है एक जिसे मैंने इस जीवन में घटते देखा है। देखो एक व्यक्ति भविष्य के लिये धन बचा कर रखता है। 14 और फिर कोई बुरी बात घट जाती है और उसका सब कुछ जाता रहता है और व्यक्ति के पास अपने पुत्र को देने के लिये कुछ भी नहीं रहता।

क व्यक्ति संसार में अपनी माँ के गर्भ से खाली हाथ आता है और जब उस व्यक्ति की मृत्यु होती है तो वह बिना कुछ अपने साथ लिये सब यहीं छोड़kar  चला जाता है। वस्तुओं को प्राप्त करने के लिये वह कठिन परिश्रम करता है। किन्तु जब वह मरता है तो अपने साथ कुछ नहीं ले जा पाता। 16 यह बड़े दुःख की बात है। यह संसार उसे उसी प्रकार छोड़ना होता है जिस प्रकार वह आया था। इसलिये “हवा को पकड़ने की कोशिश” करने से किसी व्यक्ति के हाथ क्या लगता है?
कार्य करे
सभोपदेशक 11 :1-2
1 अपनी रोटी जल के ऊपर डाल दे, क्योंकि बहुत दिन के बाद तू उसे फिर पाएगा। 
2 
सात वरन आठ जनों को भी भाग दे, क्योंकि तू नहीं जानता कि पृथ्वी पर क्या विपत्ति आ पडेगी। 
हम अपनी जगह पर, अपने कार्य के द्वारा, हम दुसरो के अच्छे कार्य कर सकते है |
बाइबिल हर एक अच्छे उद्धहरण के द्वारा समझती है |एक घटना मिलतीं है | 
1 ( लुका 16:1-4 )
1 फिर उस ने चेलों से भी कहा; किसी धनवान का एक भण्डारी था, और लोगों ने उसके साम्हने उस पर यह दोष लगाया कि यह तेरी सब संपत्ति उड़ाए देता है। 
2 
सो उस ने उसे बुलाकर कहा, यह क्या है जो मै तेरे विषय में सुन रहा हूं? अपने भण्डारीपन का लेखा दे; क्योंकि तू आगे को भण्डारी नहीं रह सकता। 
3 
तब भण्डारी सोचने लगा, कि अब मैं क्या करूं क्योंकि मेरा स्वामी अब भण्डारी का काम मुझ से छीन ले रहा है: मिट्टी तो मुझ से खोदी नहीं जाती: और भीख मांगने से मुझे लज्ज़ा आती है। 
4 
मैं समझ गया, कि क्या कताकि जब मैं भण्डारी के काम से छुड़ाया जाऊं तो लोग मुझे अपने घरों में ले लें। 
इस धरती पर, बाइबिल हर प्रकार कि शिक्षा देतीं हैं हम अपने लिये एक शिक्षा ले ओर एक तरीका ले ,कि हम कैसे कार्य करे|

जो हमे मिला है उसी से हम अपने लिया धन एकत्रित करे कि हमारे लिया स्वर्ग के  बड़े खजाने धन एकत्रित हो
जब हम अपना उद्धार खरीद नहीं सकते है ,तो एक कार्य कर सकते है
 जैसे वचन कहता है |इफिसियों कि पत्री 2:8-9 8 क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है। 9 और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे। 
1 पतरस कि पत्री 1 :18-19  क्योंकि तुम जानते हो, कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बाप दादों से चला आता है उस से तुम्हारा छुटकारा चान्दी सोने अर्थात नाशमान वस्तुओं के द्वारा नहीं हुआ। 
19 
पर निर्दोष और निष्कलंक मेम्ने अर्थात मसीह के बहुमूल्य लोहू के द्वारा हुआ। 


हम अपने को तैयार करे ,
परमेस्वर मे आशा रखे ओर कार्य करे
1 तिम 6 :17 इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है। 
प्रेरित के काम 20 :35 मैं पौल कहता है मे ने तुम्हें सब कुछ करके दिखाया, कि इस रीति से परिश्रम करते हुए निर्बलों को सम्भालना, और प्रभु यीशु की बातें स्मरण रखना अवश्य है, कि उस ने आप ही कहा है; कि लेने से देना धन्य है॥ हम भी करे
पर यदि कोई अपनों की और निज करके अपने घराने की चिन्ता न करे, 

इफिसियो कि पत्री 4 :28 28 चोरी करनेवाला फिर चोरी न करे; वरन भले काम करने में अपने हाथों से परिश्रम करे; इसलिये कि जिसे प्रयोजन हो, उसे देने को उसके पास कुछ हो। 
 परमेश्वर सभी को आशीष दे |










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